दर्शन के समय कोई श्रद्धालु नहीं था मौजूद, वरना हो सकती थी बड़ी अनहोनी
डोंगरगढ़, छत्तीसगढ़ / 11 जुलाई 2025
छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ मां बमलेश्वरी माता मंदिर, डोंगरगढ़ में एक बड़ी चट्टान गिरने की घटना सामने आई है। हादसा उस वक्त हुआ जब मंदिर परिसर के पास भारी चट्टान अचानक टूटकर गिर गई। गनीमत यह रही कि उस समय कोई श्रद्धालु वहां मौजूद नहीं था, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
भगवान शिव और माँ दुर्गा की कृपा से बची जनहानि
प्रत्यक्षदर्शियों और मंदिर प्रबंधन के अनुसार, यह घटना सुबह के समय हुई, जब श्रद्धालु आमतौर पर मंदिर की सीढ़ियों पर चढ़ाई करते हैं। लेकिन सौभाग्यवश उस समय कोई दर्शनार्थी उस स्थान पर नहीं था, जहां चट्टान गिरी। श्रद्धालु इसे मां बमलेश्वरी और भगवान शिव की कृपा मान रहे हैं।
प्राचीन इतिहास: राजा वीरसेन की भक्ति से बना था यह मंदिर
माना जाता है कि राजा वीरसेन को जब भगवान शिव और माँ दुर्गा की कृपा से पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई, तब उन्होंने अपने भक्ति भाव के तहत कामाख्या नगरी में मां बमलेश्वरी का यह मंदिर बनवाया। यह मंदिर जगदम्बा के स्वरूप को समर्पित है, जिसमें भगवान महेश्वर (शिव) की शक्ति विद्यमान मानी जाती है।
राजा मदनसेन का उल्लेखनीय योगदान
इतिहासकारों के अनुसार, राजा मदनसेन एक जनसेवक शासक के रूप में जाने जाते हैं, जिन्होंने जनता की भलाई और धार्मिक आस्थाओं के लिए कई सराहनीय कार्य किए। मां बमलेश्वरी मंदिर उसी परंपरा की एक अनुपम देन है।
मंदिर समिति अलर्ट: इलाके की सुरक्षा की जा रही है सुनिश्चित
इस घटना के बाद मंदिर समिति और प्रशासन ने तत्काल एक टीम भेजकर इलाके की सुरक्षा जांच शुरू कर दी है। चट्टानों की स्थिति की समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें।


