Janchoupal36 डिजिटल डेस्क
आजकल अमेज़ॉन, फ्लिपकार्ट, मीशो, स्नैपडील जैसे ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म्स से लाखों लोग रोज़ाना सामान मंगवा रहे हैं। सामान मंगवाते वक्त हम डिलीवरी पैकेट खोलकर उत्पाद निकाल लेते हैं और डिब्बा सीधे कूड़ेदान में फेंक देते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह आदत आपकी निजी सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है?
दरअसल, इन डब्बों पर ग्राहक का पूरा पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी प्रिंट होती है। यही जानकारी आपकी डिजिटल पहचान का आधार बन सकती है। जब आप इस डिब्बे को लापरवाही से फेंकते हैं, तब वह किसी गलत हाथ में भी पड़ सकता है।
कैसे हो सकता है फ्रॉड?
साइबर अपराधी ऐसे डिब्बों को उठाकर उसमें दर्ज आपकी व्यक्तिगत जानकारी का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।
आपकी पहचान का उपयोग कर फर्जी अकाउंट बनाए जा सकते हैं।
मोबाइल नंबर और मेल आईडी से फिशिंग अटैक या साइबर फ्रॉड हो सकता है।
यहां तक कि KYC फ्रॉड और उधार ऐप्स के धोखाधड़ी में भी आपकी जानकारी का दुरुपयोग संभव है।
क्या करें ऐसे डिब्बों का?
डिब्बा फेंकने से पहले उस पर चिपकी हुई शिपिंग लेबल को पूरी तरह फाड़ दें या काली स्याही से छिपा दें।
चाहें तो पैकिंग लेबल को जला दें या कतर-ब्योंत कर अलग-अलग हिस्सों में फेंकें।
किसी अनजान व्यक्ति को ऐसा डिब्बा देने से बचें, भले ही वह पैसे का लालच दे।
सावधानी ही सुरक्षा है
साइबर अपराध के इस डिजिटल युग में, सिर्फ मोबाइल या पासवर्ड ही नहीं, बल्कि आपके ऑर्डर बॉक्स तक को सतर्कता से संभालने की जरूरत है। एक छोटी सी लापरवाही बड़ी परेशानी में बदल सकती है।
✍️ रिपोर्ट: जनचौपाल टीम | संपर्क: janchoupal36.com


