20 जून 2025 शुक्रवार को कबीरधाम जिले में वर्षा जल संरक्षण को जन आंदोलन का रूप देने की दिशा में “मोर गांव मोर पानी” अभियान के तहत व्यापक जल संरक्षण महाअभियान का आयोजन किया जा रहा है।
कवर्धा/कबीरधाम ( janchoupal36
कबीरधाम जिले में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की जा रही है,इस पहल से जिले में घर-घर सोखता गड्ढा बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सोखता गड्ढा एक सरल और प्रभावी तरीका है जिससे वर्षा जल को जमीन में उतारकर भूजल स्तर को बढ़ाया जा सकता है।
जिला कलेक्टर ने एक वर्चुअल बैठक ली
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने आज जिले के चारों विकास खण्ड कवर्धा, पंडरिया, बोड़ला और सहसपुर
लोहारा के जमीनी स्तर से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों की इस ऐतिहासिक पहल की सफलता सुनिश्चित करने के लिए वर्चुअल बैठक ली।
बैठक में सरपंच, उपसरपंच, सचिव, पंच,रोजगार सहायक, सक्रिय महिला, कृषि सखी, पशु सखी, बैंक मित्र, मितानिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पर्यवेक्षक, महिला एवं बाल विकास विभाग व कृषि विभाग के
ग्राम स्तरीय कर्मचारी, महिला स्व-सहायता समूहों की अध्यक्ष और सचिव से ग्राम स्तर की तैयारियों की जानकारी ली गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजय कुमार त्रिपाठी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा “मोर गांव-मोर पानी” अभियान अंतर्गत 20 जून को जल संरक्षण महाअभियान चलाया जाएगा इससे भूजल स्तर को संजीवनी देने के साथ वर्षा जल के संरक्षण को जन आंदोलन का रूप दिया जाएगा। विशेष दिन पर जिले के सभी नागरिक सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक श्रमदान कर अपने अपने घरों में सोख पिट (सोखता गड्डा ) का निर्माण करेंगे।
कलेक्टर ने निर्देश जारी किया
उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षक, मितानिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, सरपंच,सचिव और रोजगार सहायक अभियान की जानकारी प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाएं। साथ ही सभी ग्राम पंचायतें गांव_वार लक्ष्य तय कर सुनिश्चित करे कि हर घर में सोख पिट का निर्माण किया जाए।
जल संरक्षण वर्तमान समय पर शासन प्रशासन के साथ हर व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है।वहीं आज इसकी शुरुआत करते हुए मोर गांव मोर पानी अभियान के तहत जल संरक्षण की बड़ी पहल करते आज हरेंद्र सिंह राजपूत पूर्व सरपंच ने निज निवास ग्राम पंवरजली पंडरिया में अपने हाथों से सोख्ता गड्ढे का खुदाई प्रारंभ किया है इसकी फोटो भी शेयर कर उसने कहा जल है तो कल है।


